खास खबर
पूर्णतया दूषित हो चुकी झालरावाव बावड़ी में श्रमदान हुआ।
श्री साईनाथ सेवा संस्था के स्वच्छ जल स्वस्थ हम अभियान में संस्था के श्रमविरो द्वारा दूसरे चरण में श्रमदान हुआ। शहर के मध्य में स्थित झालरावाव बावड़ी का निर्माण सन 1785 में राव उदय सिंह की झाली रानी ने कराया था। अन्य बावरियों की तरह यह बावड़ी भी ना केवल उपेक्षा का शिकार है वरन इसके जल से निकलने वाली दुर्गंध व मच्छरों की टोली आसपास के वातावरण व मोहल्ले में बीमारियों को खुला न्योता दे रही हैं।...